बिजली विभाग के कर्मचारियों की मनमानी
  ***************************

आप सभी से एक बात शेयर करना चाहता हूँ।मैं अकेला इस सिस्टम को नही बदल सकता।मैं इस विषय में बात करने phase 1 के  बिजली दफ्तर  गया था। लेकिन मैं उनके जवाब से में संतुष्ट नहीं हूं। उनका जवाब था,, की हमारे डिपार्टमेंट के पास बिल बॉटने वाले कर्मचारी कम है। इस वजह से 2 महीने का बिल भेजा जाता है। फिर मैंने उनसे जब ये कहा कि कॉमर्शियल बिल तो आप हर महीने भिजवा देते हैं। तो डोमेस्टिक बिल हर महीने क्यों नही भिजवाते। फिर एक लंबी चुप्पी के साथ बात खत्म कर दी। इस लिये आप सबका साथ चाहिए इस बिल कम करने वाली मुहिम में धन्यवाद  *सभी Bill एक महीन में*

*पर बिजली का बिल..*

*2 महीने से क्यों...???*

*जानिये इसके पीछे का*
*राज..*

*जागो ग्राहक जागो*

कभी आपने सोचा की बिजली का बिल दो महीने बाद क्यों आता है ??

क्योकि सरकार आम
लोगो को ठग रही है ।

आपके मीटर की रीडिंग 150 यूनिट तक 2 रूपए यूनिट ।

400 हो जाए तो 3 रूपए यूनिट
और 500 से 800 यूनिट हो जाए तो 6 रूपए के हिसाब से पूरे बिल लेती है।

अब अगर एक महीने बाद बिल आए तो नॉर्मल लोगो का बिजली 300 यूनिट महीना चलेगी तो 600 रूपए महीना आएगा ।

 और 2 महीने बाद भेजा तो आपका मीटर 600 यूनिट चला मतलब 600x6 रुपए के हिसाब से 3600 रूपए ।

है ना कमाल ।

परन्तु सरकार जानबूझ कर 2 महीने का बिल भेजती है ताकि उनको ज्यादा प्रॉफिट हो सके ।
आपका बिल इसी लिए ज्यादा आता है ।

अगर एक महीने बाद बिल भेजे तो समझे आपका बिल आधे से भी कम हो गया ।

अब आपने ये msg सबको शेयर करना है और बिजली बोर्ड को
 बताना है कि हमारा बिल 1 महीने बाद भेजा जाए ।

*इस पोस्ट को इतना फैला दो की सरकार को जनता की भावनाओ का पता चल जाये ओर बिजली बिल प्रति माह आना चालू हो जाये जिससे सभी को फायदा मिले
     धन्यवाद

टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट